मोदीजी आपभी पिछली सरकारों की तरह डिप्लोमेटिक बातें कर रहे हो।देश की जनता ने आप के हौसले भरे बयानों पर भरोसा किया।आप पाकिस्तान को उसके घरमें उसकी जमीन पर जवाब देने में विशवास करते हो, तो अब क्या हुआ ? आपके राज में पठानकोट हुआ अब उरी में सेना के केम्प पर हमला हुआ। 18 जवान शहीद हुए। देश में गुस्सा है देश आपसे कारवाइ की उम्मीद करता है। आप अपने चुनाव पूर्व बयानों को सबित करो। वरना देश आप बयानों को बड़बोलापन और जुमले बाज़ी समझेगा।
हर नागरिक के बैंक अकाउंट में 15 लाख जमा नहीं हुए इन जुमलों तो जनता नजर अन्दाज कर सकती है और पाकिस्तान के सुलूक पर आप की जुमले बाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जाए गी।
जवानो की शहद पर देश हमेशा गर्व करता है क्योंकि सेना में भर्ती होने वाला हर शख्स शहादत के जज़्बे से ही सेना में शामिल होता है उनके परिवार के लोग भी मानसिक रूपसे तयार होते हैं।पर आर शहीदों के परिवार वाले मातम मना रहे है इसलिए नहीं की उनका बेटा भाई पति या पिता मार गया? बल्कि इसलिए दुःख व्यक्त कररहे हैं की जिस देश की हिफाज़त का ज़िम्मा जिनके कन्धों पर है जिनके सरहद पर तायनत होनेके कारण देश सुकून से सोता है। जब वही सेना के जवान अपनी केम्पों में सोरहे हों तो चुपके 4 आतंकवादी केम्प में दाखिल होते है और सेना पर हमला कर 18 जवानो को मौत की नींद सुला देते हैं।यही दुःख की बात है इसी का सदमा है इसी का मातम हो रहा है।माफ़ करना सरकार हमारी सेना केम्पों में मार दिये जाने के लिए नहीं है।यह बहादुर जवान मैदान ए जंग में दुश्मनो का सामना कर युद्ध करते हुए हस्ते हुए वीर मरण स्वीकार करने का जिगर रखते हैं।यह कोई जुमले बाजी नहीं सेना ने 65 71 और कारगिल युद्ध में खुद को साबित किया है और हमें वुश्वास है आगे भी विशवास टूटने नहि देंगे।
मोदीजी देश की सेना का मनोबल टूटने मत दीजिये विश्व के सामने भारत की 125 करोड़ जनता की शर्मिंदा न होने दें।पकिस्तान हमें मुंह चिडा रहा है हम उसका मून नोचना चाहते हैं।हमारा सब्र टूट रहा है ऐसा न हो की जनता खुद सरहद पार करने का कदम उठाए।या फ़ौज अनुशासन तोड़ कर खुद निर्णय लेने पर मजबूर हो।
जनता भी पाकिस्तान के शासकों का पुतला फुंक फुंक कर बेजार होचुकी है उन्हें सरकार के कड़े जवाब का इन्तेजार है और वह कड़ा जवाब पकिस्तान की धरती पर सैन्य कारवाई से काम बिलकुल नहीं होना चाहिए।बोहत हो चूका अब विश्व बिरादरी का लिहाज़।लिहाज़ अगर करना है तो देश की बिरादरी का करो देश की भावना का करो देश की जनता में आपस में फुट डालने की बजाए पाकिस्तान को फोड़ो।गाय गौवंश 3 तलाक कॉमन सिविल कोड धरा 377 जैसे मुद्दों पर भेजा खपाने की बजाए एकजुट होकर बाहरी कपटी मक्कार शजतियों से मुकाबला करो।
कुछ राजनीतिज्ञ भारत मुसलमानो को बार बार पाकिस्तानी कहते हैं बात बात पर जिन्हें पाकिस्तान भेजने को कहते हैं जिन्हें राष्ट्रद्रोही साबित करने की झूटी साजिश में लगे रहते हैं सिर्फ इसलिए की उनका धर्म इस्लाम है इसलिए धर्म के आधार पर उन्हें पाकिस्तान से जोड़ने का षड्यंत्र रचते हैं।आज उन तथा कतिथ राजकार्नियों को यह बताना चाहूँगा की मैं और मेरे जैसे करोडो भारतीय मुसलमान उरी की बर्बरता पूर्ण घटना सेदुखि है हम लोग जवानो की मौत का बदला लेना चाहते हैं।मुझे यकीन है की अगर सरकार इजाज़त दे तो भारत के करोडो मुसलमान खुद पकिस्तान से बदला लेने और दुन्या के नक़्शे से पाकिस्तान का नमो निशान मिटाने के लिए अगली पंक्ति में युद्ध करने को सदैव तैयार हैं।भारत के मुसलमानो की वफादारी को आज़मानेवज इससे अछा मौका क्या हो सकता है।जेहाद क्या होता है और कौसे लड़ा जाता है यह भारत के निष्ठावान मुस्लमान क़ौम इन सोकाल्ड जिहादियों को बता देगी।मोदी जी यह कोई जुमलेबाजी नहीं है यकीन न हो तो मौका देके देखो।
एक अहम् बात मिडिया भी समझले आपलोग TRP के चक्कर में खुप उहापोह करते हो देश के सिन्सिटिव मुद्दे का खूब व्यवसाईक लाभ उठाते हो बड़ी डिबेट और चर्चा लगते हो खूब ब्रेक के नामपर रुपया बटोरते हो।भारती और पाकिस्तानी पूर्व सैनिकों की शाब्दिक कुश्ती TV चैनल पर देखने को मिलती है।क्या इन गरमा गरम चर्चाओंसे भारत पकिस्तान के मस्ले सुलझेंगे? जिस के मुँहमे जो आए उटपटांग बकता है पाकिस्तानी हमांरे चेनालों पर बैठते हैं और हमारे ही खिलाफ बोलते हैं।एंकर उन्हें प्रोवोग करता रहता है और उनलोगो को बकवास करने का देशको देशकी जनता को साथही चैनल पर बैठे पूर्व सैनिकों को अपमानित करने का मंच हमारे ही चैनल वाले देते हैं।
इससे देशी की अस्मिता और गरिमा को नुक्सान पहुँचता है। आप लोग भी धंदे से ऊपर उठकर पत्रकारिता करें यह मिडिया की भी नैतिक जिम्मेदारी है।
जय हिन्द
मराठा खान फ अ
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